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शुक्रवार, 3 अक्तूबर 2014

दशहरे के दिन

        दशहरे के दिन

दशहरे के दिन,
वो हमारे घर आये
और बोले ,बच्चे तो रावण देखने गए है ,
हमने सोचा,चलो हम आपको ही देख आएं
हम ने कहा,सच,होता अजीब तमाशा है
रावण को देखने सब  जाते है,
राम को देखने कोई नहीं जाता है
आप तो हमेशा से रूढ़ियाँ तोड़ते आये है
अच्छा किया,रावण देखने नहीं गए,
हमें देखने आएं है  
मगर वहां बच्चों को क्या मज़ा आएगा
आप तो यहाँ है ,
बच्चों को रावण कैसे नज़र आएगा

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

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