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रविवार, 26 मई 2013

घोटाला ही घोटाला

      घोटाला ही घोटाला 
   

जिधर भी हाथ  डाला 
घोटाला ही घोटाला 
किसी के हाथ काले,
किसी का मुंह  काला 
बड़ा बिगड़ा है मंजर 
घोटाला हर कहीं पर 
घोटाला थोक में है 
ये तीनो लोक में है 
बड़ा  आकाश प्यारा 
वहाँ 'टू जी ' घोटाला 
ख़रीदे  हेलिकोफ्टर 
घोटाला था वहां पर 
जमीं पर रेल में है 
प्रमोशन  खेल में है 
घोटाला भर्तियों  में 
जनाजे अर्थियों   में 
था कामनवेल्थ खेला 
सभी ने कर झमेला 
खेल कुछ खेला ऐसा 
कमाया खूब पैसा 
कोयला ब्लोक बांटे 
अपने ही लोग छांटे 
कर रहे लोग चीटिंग 
किया स्पॉट फिक्सिंग 
एक तो करते चोरी 
उसपे भी सीनाजोरी 
हुई मैली है गंगा 
हरेक नेता है नंगा 
जहाँ भी मिला मौक़ा 
देश को दिया धोका 
भतीजा और चाचा 
ससुर,दामाद राजा 
भांजा और मामा 
भरें अपना खजाना  
इस तरह चला फेशन 
विदेशी देश में धन 
भेजते  कर हवाला 
घोटाला ही घोटाला 
किसी के हाथ काले,
किसी का मुंह काला 

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

 

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