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रविवार, 11 मार्च 2012

दिल्ली -वाणी

दिल्ली -वाणी

गया मौसम चुनावों का,सर्दियाँ हो गयी कम है

कट गया माया का पत्ता, हुई सत्ता मुलायम है
चैन की ली सांस सबने,लोग थोडा मुस्कराये
फाग आया,जिंदगी में,रंग होली ने  लगाये
देख लोगों को विहँसता, केंद्र से आवाज़ आई
पांच रूपया ,पेट्रोल के ,दाम बढ़ने को है भाई
झेल भी लोगे  इसे तुम,भूल कर के मुस्कराना
याद रखना ,पांच दिन में,बजट भी है हमें लाना
बोझ मंहगाई का इतना,हम सभी पर लाद देंगे
किया तुमने दुखी हमको,दुखी हम तुमको  करेंगे

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

4 टिप्‍पणियां:

  1. दुख का लेने-देना जम गया।
    अच्छा व्यंग्य।

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  2. क्या कहें ..अब न जाने कौन सी गाज गिरेगी
    अच्छा व्यंग्य

    जवाब देंहटाएं
  3. अभी महंगाई बढ़ना थोडा मुश्किल होगा...चुनाव नतीजों का कुछ तो असर होगा !

    जवाब देंहटाएं
  4. झेलना है सब तुझे ,रोता है क्या
    आगे आगे देखिये, होता है क्या

    जवाब देंहटाएं

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