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शुक्रवार, 23 दिसंबर 2011

जीवन के दोहे


जीवन के दो खाश रंग, समझो मेरे यार |
एक रंग है दोस्ती, दूजा रंग है प्यार |1|

जिंदगी एक संघर्ष है, कदम कदम पे सीख |
मेहनत से सबकुछ मिले, बिन श्रम मिले न भीख |2|

जीवन का है मूल-मंत्र, सत्य, अहिंसा, धीर |
शौर्य, शील और साहस, सबको करता वीर |3|

जीवन जीने का ढंग, जीवन ही सीखलाए |
कोई जीवन पूर्व से, सीख के न आए |4|
जीवन चलता जायेगा, ज्यों नदिया की धार |
बांधे से भी ना रुके, यही है जीवन सार |5|

मत नापो लम्बाई को, नापो तुम गहराई |
जीवन को पा जाओगे, थाह जहाँ पे आई |6|

जीवन में सब सीख लिया, सुन ओ मेरे भाय |
एक चीज़ ना आ पाया, कैसे जिया जाय |7|

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